Monday, December 31, 2007

नया साल


नए साल मे कुछ नया करे
आओ मिलकर यह वादा करे

दोष न देखेगे किसी और के
अपने खामियों को सुधारेगे

आओ मिलकर यह वादा करे

न लेगे रिश्वत कभी
ईमानदारी कि खायेगे

आओ मिलकर यह वादा करे

दूर करेगे दुख सभी के
बत्तेगे खुशिया जग मे

आओ मिलकर यह वादा करे

न दुखायेगे दिल किसी का
सब को प्यार बत्तेगे

आओ मिलकर यह वादा करे

धर्म इंसानियत का अपनायेगे
ईद हो या दिवाली सभी मिलकर मनायेगे

आओ मिलकर यह वादा करे


रिश्तो को मझ्बूत बनाएगे
हर रिश्ते मे मित्ताश भरेगे

आओ मिलकर यह वादा करे


मरने के बाद भी नाम अमर हो
ऐसा काम कुछ कर के जायेगे

आओ मिलकर यह वादा करे


बीत गया बातो मे गुजरा साल
न वियार्थ करेगे समये अब बातो मे

आओ मिलकर यह वादा करे

आशा

आज मै जियुगी नई उमंग से
जो बीत गया वो सपना था
बनाउंगी दुनिया अपने रंग से

आता है तैरना मुझे
क्यों करू गम उसका
जो छोड़ गया मजधार मे
बनाउंगी दुनिया अपने रंग से

बनुगी मै उस दिलबर की
जो छुएगा आत्मा मेरी
देगा दस्तक जो मन को मेरे
बनाउंगी दुनिया अपने रंग से

है इंतजार उसका
जोद्देगा जो दिल से दिल मेरा
आएगा वो फरिश्ता मेरा
बनाउंगी दुनिया अपने रंग से

बसेगा फिर से संसार मेरा
होगी किल्कारिया आगन मे मेरे
बन जाएगा स्वर्ग घर मेरा
बनाउंगी दुनिया अपने रंग से

Sunday, October 14, 2007

माँ कि याद

चाहत है बस माँ के प्यार कि
जलती तपती दुप मे माँ के आचल कि
मस्ती भरे पलों मे माँ के गोद कि
सोचा था सेवा करूगा माँ कि
दौलत कि दौर मे भूल गया माँ को
आया जब होश तो न पाया माँ को
काश एक भर वक़्त पीछे चले जाए
काश एक बार मे बचा बनू
एक बार फिर माँ के आचल से खेलु
अरज है इतनी प्रभु तुम से मेरी
पल भर लौटा दो माँ मेरी
माँ के गोद मे निकले आखरी सास मेरी

Saturday, October 6, 2007

जनम दिन का तोहफा

 जन्म दिन है तुम्हारा 
क्या तोहफा दे तुम को
हाथ उठाकर बस 
यह दुआ हम करते है

कभी गम का साया न आये तेरे द्वार
तेरी गलियों से भी रहे दुःख दूर
तेरे आगन मे हो खुशियों कि बाहर
यह दुआ हम करते है

कभी कांटा न लगे पाव मे तेरे
फूल खिले वही पर जहा पड़े कदम तेरे
सदा बहारों का मौसम रहे शहर मे तेरे
यह दुआ हम करते है

चाहेरा जैसे मासूम तेरा
वैसे मासूम हो दिल तेरा
हर पाप से रहे परे मन तेरा
यह दुआ हम करते है

जितनी भी हो जिन्दगी तुम्हारी
हर आरजू हो पूरी तुम्हारी
न रहे कमी जीवन मे तुम्हारी
यह दुआ हम करते है

नाम रहे सदा जग मे तेरा
हर दिल मे रहे प्यार तेरा
हर घर मे हो चर्चा तेरा
यह दुआ हम करते है

भूले से भी अगर आये तूफान
माँ शक्ति दे तुझे इतनी
टकरा कर तूफान भी मोड़ ले रास्ता
यह दुआ हम करते है

दुआ करो तुम भी प्रभु से इतनी
कबूल हो दुआ मेरी
मेरी दुआ का असर हो तुम पर
यह दुआ हम करते है

Saturday, September 29, 2007

माँ


मैंने पूछा बाग़ से माँ क्या है
बाग़ ने कहा माँ एक एसा गुलशन है
जिसका कोई जवाब नही

मैंने पूछा समुन्दर से माँ क्या है

समुन्दर ने कहा माँ एक एसी सीप है
जो सीने मे हजारो राज छिपाये हुए है

मैंने पूछा सूरज से माँ क्या है
सूरज ने कहा माँ एसा ब्रह्माण्ड है
जिसके आगे मे कुछ भी नही


मैंने पूछा इश्वर से माँ क्या है
इश्वर ने कहा माँ एक एसा वरदान है
जो दुनिया मे सबसे माहान है।

मैं पूछा अपने दिल से माँ क्या है
दिल ने कहा माँ ज़िन्दगी का एसा सच है
जिसके सिवाए ज़िन्दगी कुछ भी नही है

Sunday, September 16, 2007

हर हाल मे जीना है - 1

हमे तो हर हाल मे जीना है
चाहे आस्मान जूक जाए
या जमीन फट जाए
हमे तो हर हाल मे जीना है

जीवन दुखों का सागर है
सागर मे गोता खाना है
सामने है किनारा
तर के पर उतरना है
हमे तो हर हाल मे जीना है

न डरे हम अंधेरो से
सवेरा तो होना है
बस एक रात कि दुरी है
सूरज को तो निकलना है
हमे तो हर हाल मे जीना है

न दोष दे किस्मत को
रास्ता हमने खुद चुना है
चीर के हर मुसीबत को
मंजिल अपनी पानी है
हमे तो हर हाल मे जीना है

Monday, August 6, 2007

हमारा जीवन - भाग २

जैसे अगले अंक मे अपने आप को खुश रखने कि बात कि थी, हम खुश होगे तो किसी के सहारे बन सकेगे इसीलिये हमेशा मुश्क्रते रहेना है। मुश्क्रता हुआ चाहेरा हमेशा गुलाब कि तरह खिला रहेता है, जैसे कि रोता हुआ बचा भी कोई खिलाना नही चाहता, वैसे ही एक उदास और रोते हुए से सभी कतराते है। अपना दुःख दर्द दुनिया समाज नही सकेगी, उसे मजाक बनके हसेगी।
किशोर जी ने एक गीत मे कहा है।

जो तुम हसोगे तो दुनिया हसेगी
रोइगी तुम तो न रोइगी दुनिया
न रोइगी दुनिय;
तेरे आसुओ को समाज न सकेगी,
तेरे आसुओ पे हसेगी ये दुनिया
हसेगी ये दुनिया।

हमे जीना है, फिर हम हस्के जीए या रोके , हर हाल मे हमे जीना है , फिर कियो न हस्के जीए । अपनी हसी गुलाब कि तरह हर जगह फहेलादे ।

दिन कि शरुआत अगर मुस्कराने से हो तो पुरा दिन खुसी से बीत इसीलिये जब हम नीद से जागें तो मुस्क्रके उठे । मुस्कराते चहरे तो दर्पन मे देखे, अपने आप को मुश्क्रते देख कर, शारीर मे अजीब सी शक्ति उत्पन होगी । इस शक्ति को बहार निकलना है ।

अगले भाग मे

Saturday, August 4, 2007

हमारा जीवन

हमारा जीवन बहुत ही संघर्ष से भरा है, बचपन से लेकर समय बड़ा कठिन है, जीने हमे सरल बनाना है, जीवन मे दुःख सुख आते रहेते है पर दुखो को लेकर अपना जीवन नस्ठ न करे। हम इस धरती पर आये है तो उसका कोई मकसद तो होगा। हर कोई किसी न किसी मुक्साद को लेकर याहा आया है। हमे अपने आप को पहेचन ना है, हमे किया करना है , हमारे जो रस्ते मे काटे है उसे निकलना है, और आगे बढ़ना है। परेशानेयो को लेकर परेशां न न होकर रास्ता निकलना है।

सबसे पहेले हमे अपने आप को खुश रखना है, हम खुश रहेगे तो हम अपने जीवन का दियेये खोज सकेगे।

अगले अंक मे

Thursday, July 19, 2007

खुशिया

धुप हो या छाव हम सदा मुस्क्रयेगे
दिल मे हो दर्द फिर भी खुशिया मनायेगे

खिलायेगे फूल जगह जगह
न खिले फूल तो काटो को सहेलायेगे
कागज़ के फूलो से खुश्ब्हू हम फहेलायेगे
धुप हो या छाव हम सदा मुस्क्रयेगे

खली हाथ आयेथ न जायेगे खली हाथ
दामन खुशियोका भर के ले जायेगे साथ
बातेगे खुशिया जनत मे , नरक को स्वर्ग बनायेगे
धुप हो या छाव हम सदा मुस्क्रयेगे

Tuesday, July 17, 2007

जीं भरके जीं ले

आज एक बार फिर सूरज को देखा
चांद को चांदनी रात मे जागते देखा
कल हम हो न हो पर
चांद सूरज हमेशा रहेंगे

आज एक बार सबसे मुस्क्राके बात कि
बिताये हुये पलो को साथ साथ याद किया
कल पुराने पल याद हो न हो
पर हम सदा याद रहेगे

कल जो होना हो वोह होगा
कल कि फिकर क्यो करे
आज तो जीं भरके जीं ले
कल जो होगा देखा जाएगा

Wednesday, July 11, 2007

शुक्रिया

कहेनी थी एक बात जो बद होतो मे रह् गई
नीद से जगाकर वोह खुद सो गए

कहेनो को तो किया था एक नजर का इशारा था
साथ दिया जो तुने उसका शुक्रिया था

ख़ुशी गामी मे निभाया है तुने साथ
न गिरने दिया मुज्को सदा थमा है हाथ

भर आई जब पलके तो पल्को को चूम लिया
गले लगाकर मेरा सारा दर्द ले लिया

Saturday, June 30, 2007

प्यार

प्यार करते है तुम्हें, यह इकरार हम करते है
निभाएगे प्यार सदा, यह वादा हम करते है

प्यार तुम करो मुझसे, यह जरुरी नही
प्यार तो प्यार है कोई समजोता नही

रिश्तो मे ना उलझो प्यार को, प्यार का कोई नाम नही
प्यार तो कुदरत की देन है, जिस का कोई जवाब नही

विशाल दिल है मेरा, उस मे सभी रहेते है
करते है जो नफरत मुजसे, वो भी उसी मे रहते है

Saturday, May 19, 2007

जन्म दिन

जन्म दिन है मेरा मनाओ ख़ुशी या गम
अफ़सोस है इस बात का साल एक हुआ है कम
मत कर अफ़सोस कहता है मनु
अनुभव बड़ा है साल का क्या ये है कम
और वरिष्ठो कि कतार मे आगे बडे है हम