आँचल मे है दूध
आँखों मे है पानी
क्या येही है मेरी कहानी
कोख मे ही मार डाला
माँ बाप पर बनी बोझ
क्या येही है मेरी कहानी
जिस आगन मे खेला बचपन
उसी आगन को ही छोड़ा
क्या येही है मेरी कहानी
बाप का घर बना पराया
ससुराल भी है बेगाना
क्या येही है मेरी कहानी
बीच रस्ते मे हु खड़ी
न कोई मंजिल मेरी
क्या येही है मेरी कहानी
जिस नर को जनम दिया
उसीने ही छिना आँचल मेरा
क्या येही है मेरी कहानी
समान हक़ की बात करके
हक़ मेरा है छीना
क्या येही है मरी कहानी
अब तक साहा है मने
अब न सहूंगी किसीकी
अब बदलेगी मेरी कहानी
लडूगी अपने हक़ के लिए
बनके झाँसी की रानी
मै बद्लुगी मेरी कहानी
रूप दुर्गा का है मेरा
खत्म करुगी हर जुल्म को
तब बदलेगी अब मेरी कहानी
आँखों मे है पानी
क्या येही है मेरी कहानी
कोख मे ही मार डाला
माँ बाप पर बनी बोझ
क्या येही है मेरी कहानी
जिस आगन मे खेला बचपन
उसी आगन को ही छोड़ा
क्या येही है मेरी कहानी
बाप का घर बना पराया
ससुराल भी है बेगाना
क्या येही है मेरी कहानी
बीच रस्ते मे हु खड़ी
न कोई मंजिल मेरी
क्या येही है मेरी कहानी
जिस नर को जनम दिया
उसीने ही छिना आँचल मेरा
क्या येही है मेरी कहानी
समान हक़ की बात करके
हक़ मेरा है छीना
क्या येही है मरी कहानी
अब तक साहा है मने
अब न सहूंगी किसीकी
अब बदलेगी मेरी कहानी
लडूगी अपने हक़ के लिए
बनके झाँसी की रानी
मै बद्लुगी मेरी कहानी
रूप दुर्गा का है मेरा
खत्म करुगी हर जुल्म को
तब बदलेगी अब मेरी कहानी