आज मै जियुगी नई उमंग से
जो बीत गया वो सपना था
बनाउंगी दुनिया अपने रंग से
आता है तैरना मुझे
क्यों करू गम उसका
जो छोड़ गया मजधार मे
बनाउंगी दुनिया अपने रंग से
बनुगी मै उस दिलबर की
जो छुएगा आत्मा मेरी
देगा दस्तक जो मन को मेरे
बनाउंगी दुनिया अपने रंग से
है इंतजार उसका
जोद्देगा जो दिल से दिल मेरा
आएगा वो फरिश्ता मेरा
बनाउंगी दुनिया अपने रंग से
बसेगा फिर से संसार मेरा
होगी किल्कारिया आगन मे मेरे
बन जाएगा स्वर्ग घर मेरा
बनाउंगी दुनिया अपने रंग से
जो बीत गया वो सपना था
बनाउंगी दुनिया अपने रंग से
आता है तैरना मुझे
क्यों करू गम उसका
जो छोड़ गया मजधार मे
बनाउंगी दुनिया अपने रंग से
बनुगी मै उस दिलबर की
जो छुएगा आत्मा मेरी
देगा दस्तक जो मन को मेरे
बनाउंगी दुनिया अपने रंग से
है इंतजार उसका
जोद्देगा जो दिल से दिल मेरा
आएगा वो फरिश्ता मेरा
बनाउंगी दुनिया अपने रंग से
बसेगा फिर से संसार मेरा
होगी किल्कारिया आगन मे मेरे
बन जाएगा स्वर्ग घर मेरा
बनाउंगी दुनिया अपने रंग से
2 comments:
नए साल में आप और भी अधिक ऊर्जा और कल्पनाशीलता के साथ ब्लॉगलेखन में जुटें, शुभकामनाएँ.
www.tooteehueebikhreehuee.blogspot.com
ramrotiaaloo@gmail.com
नववर्ष की शुभकामनाएँ ।
घुघूती बासूती
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